व्यंग्य
04/02/2021
सवाल – जवाब
04/02/2021

आजकल

जो बीत गया, वो बीत गया, और जो आने वाला है, उसका कोई भरोसा नहीं, इसलिए जो है, यही वर्तमान है, यही आजकल है. वर्तमान समय में देश-दुनिया में, समाज में चल रहे मुद्दों और घटनाओं पर सटीक एवं निष्पक्ष विचार और विश्लेषण आपको इस सेक्शन ‘आजकल’ में मिलेंगे. ज़रूरी नहीं कि इसमें जो कहा जाए, उसी को सच माना जाए. वास्तव में सच के भी कई पहलू होते हैं, सबका अपना-अपना नज़रिया होता है. इसमें पवन के विचार और उसका नज़रिया होगा, और आपकी सहमति की तरह असहमति भी स्वागत योग्य होगी. प्रयास रहेगा कि जो कहा जाए, वह तथ्यपूर्ण हो, पूर्वाग्रहों और व्यक्तिगत विचारधारा से मुक्त हो, बिना पक्षपात के हो, सच हो, फिर वो चाहे प्रिय लगे या अप्रिय. पर अपनी प्रतिक्रियाओं से अवगत करवाना न भूलें. आजकल के ज्वलंत मुद्दों पर सटीक विश्लेषण के लिए पढ़ें आजकल www.pawankaresor.com पर.

आपका
पवन अग्रवाल

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