07/01/2021
pawan-agrawal

पवन क्यों करे सोर…

नमस्कार!  आप सभी ने वो मशहूर गीत तो सुना ही होगा –  ‘‘सावन का महीना, पवन करे सोर जियरा रे झूमे ऐसे, जैसे बन मा नाचे […]
08/01/2021

सतत चलें… सफल बनें.

सतत, लगातार, निरंतर, बिना रुके. ये शब्द यूं तो बड़े साधारण लगते हैं, पर यकीन मानिए, इनमें जादू है, ज़बर्दस्त ताकत है. ये किसी भी काम […]
08/01/2021

थोड़ी मैकेनिकी तो बनती है…

एक मैकेनिक कौन होता है? जो बिगड़ी चीज़ों को सुधार दे. तो हमें भी कोशिश करनी चाहिए कि हम भी अपनी कुछ बिगड़ी चीज़ों को थोड़ा-बहुत […]
08/01/2021

यादों में लिपटी पुरानी चीज़ें!

लोहा… प्लास्टिक… रद्दी पेपर वाला… कबाड़ वाला, भंगार वाला… अक्सर गली में ठेला गाड़ी की खड़-खड़ के साथ सप्तम्‌ स्वर में ये आवाज़ सुनाई देते ही […]