20/03/2021

लाठी

गर्मी की दोपहर में गली सन्नाटे की चार ओढ़े सुस्ता रही थी. बिमला भी सब काम-धाम निपटाकर अपनी झोंपड़ी की चारपाई पर पड़ी उनींदी सी हो […]
12/03/2021

बड़ा धारदार है ‘उधार’!

उधार… ऋण… लोन… ये शब्द बड़े सरल, सुहाने और भोले लगते हैं और आम आदमी को आकर्षित भी करते हैं, क्योंकि इन शब्दों को सुनकर एक […]
05/02/2021

भारत की देहाती मिट्टी अंतरराष्ट्रीय आसमान में!

किसान आंदोलन… ये दो शब्द आज हर जगह छाए हुए हैं, न्यूज़ चैनलों से लेकर सोशल मीडिया तक, क्लबों या सोशल गेदरिंग से लेकर पान की […]
04/02/2021

आप भी करें सोर

लिखने का शौक अमूमन सभी को होता है. हो सकता है आप भी कुछ लिखते हों… या लिखने का सोच रहे हों – कविताएं, कहानियाँ, लेख, […]